शेर शायरी
ये आखरी है सिलसिला प्यार का नही । अभी तो जीने की ज़ुस्तज़ु हुई है। »
सर्दी की दस्तक़ तुम आओगी न ये कोहरे वाली रातें आने को है सर्दी की दस्तक हल्की हल्की सुनाई दे रही है थोड़ा जल्दी आना, हम तो यही है पिछली मुलाक़ात से तुम जाने को कहती हो तुम जल्दी आना जो जल्दी जा सको, वैसे भी कल आऊँगी बोलकर गयी थी, आज बरसों बीत गए तुम्हारे कल को, सो आओगी तो एक काम करना घर पर कल आउंगी बोलकर आना, शायद जाने में तुम्हें बरसों लगें, सहर अब कुछ ठंडी होने लगी है सर्दी की दस्तक हल्की हल्की सुन... »
chahat hai baarish ki tarah baras jaye ..chidiyon ki tarah chahak jaye …………. .pusp ki tarah mahak jaye .chahat hai aisa ban jaye ki mere liye har koi tarash jaye … chahat hai baarish ki tarah baras jaye »
कितना बदल गये हो तुम इंतजार किया जी भर कर उनसे मिलने की कोशिश भी की, कहाँ रह गये वो जिन्होने हर वादा निभाने की कसम भी ली। आसान भी तो नही है सूर्य की किरणों की तरह बिखर जाना, खुद की खुशियों को न्यौछावर कर दूसरो को खुशी दे जाना। माना बहुत व्यस्त है जिन्दगी की उलझनों मे वह आजकल, पर कहाँ रह गये जो मुझे याद करते थे हर दिन हर पल। शायद खुशी मिलती होगी तुम्हे मुझे यूं तड़पता हुआ देखकर, मेरा क्या?तुम खुश रह... »