कदरदान Ajnabi 7 years ago उसके शहर का मौसम हमने वीरान देखा एक रोता हुआ तन्हा शमशान देखा मेहमान नवाज़ी ऐसी भी होगी सोचा न था न कभी हमने ऐसा कदरदान देखा……………………………!!