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कन्या भ्रूण की आवाज

माँ तुम दिल में ठान लो कि मुझको दुनिया में लाओगी
इस बार दुनिया कि मान कर मुझको नहीं मिटाओगी।
क्या हक नहीं है मेरा माँ इस दुनिया में आने का
क्या अरमान नहीं है मेरा माँ प्यार तुम्हारा पाने का।
मेरे प्यारे पापा मम्मी मुझको भी अपनालो ना
मुझे दुनिया दिखाने के लिए दादा दादी को समझालो ना।
माँ तू भी तो इक लड़की है तू तो मेरा दर्द समझ
जो नर नारी में भेद करे वो सब मैय्या ना समझ।
बोझ नहीं हूं माँ मैं लीक पुरानी तोड़ दो तुम
लड़की को न कभी समझना किसी भी लड़के से तुम कम।
जीवन की अनमोल कड़ी बिन बिटिया न चले घड़ी
बिटिया से होता घर समृद्ध बिन नारी के जीवन व्यर्थ।
मनु से भी थी भूल हुई बच ना पाया था जीवित कोई
तब भी माँ मानवी से ही तो मनुष्य की थी खोज हुई।
तब भी जहान संभाला था अब भी घर लूंगी संभाल
अब तो जन्म मुझको दे दो माँ तुम हरा कर के यह काल।
जो माँ मैं आ जाऊं यहाँ नाम रोशन तेरा करूंगी by-
जीत लूंगी सबका भरोसा सदा ध्यान सबका रखूंगी। मानसी राठौड़d/oरविन्द्र सिंह

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