कुंडी खोलो ना Satish Chandra Pandey 3 years ago कुंडी खोलो ना दिल की नई सुबह है खिली सुहानी चिड़िया भी कहती, भजन करो ईश्वर का मन से क्यों जिह्वा सिल दी। दिनकर की किरणों ने आकर शक्ति नई भर दी। कुंडी खोलो ना दिल की