कैसे…. Geeta kumari 3 years ago कैसे बांध बनाऊँ नयनों में, अन्दर से सैलाब है आया कैसे भूलूँ तेरी यादों को एक माँ का मन यह जान न पाया जुल्म हुआ है…. एक माँ के जीवन में, कैसा दर्दनाक दिन दिखलाया॥ ____✍गीता