खुद की गलती देख ले(कुंडलिया छन्द) Satish Chandra Pandey 3 years ago खुद की गलती देख ले, गर अपनी यह आंख, तब सुधार होगा सरल, खूब बढ़ेगी साख। खूब बढ़ेगी साख, कमी खुद दूर रहेगी, गलत दिशा में न जा, हमेशा यही कहेगी। कहे लेखनी अगर, देख लो खुद की गलती, तब पाओगे स्वयं , आप चारित्रिक बढ़ती।