गम के इन आसुओं का निकलना बहोत जरुरी था Nitesh Chaurasia 7 years ago गम के इन आसुओं का निकलना बहोत जरुरी था, तन्हाइयों में मेरा तुझसे अब मिलना बहोत जरुरी था ! मिटाने थे वो गिले सिकवे हुए हम दोनों के दरम्यान, इस पत्थर से दिल का भी पिघलना बहोत जरुरी था !!