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चकाचौंध

चकाचौंध वाली जिंदगी पा ली मैंने
अब ना करना पड़ता भूखे पेट बसर
पर जो खुली आंखों से देखा था सपना
तयना कर पाया उसकी परछाई तक का भी सफर.

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