चांद की ठंडक, सूरज की गर्मी Pragya 3 years ago इतना आसान नहीं होता किसी अपने से बिछड़ जाना जलाना हर रोज दिल को पड़ता है। याद आती है उसकी रह-रह कर फिर भी भूल जाना पड़ता है। भूल जाने की जद्दोजहद में दिल के अरमान जलते बुझते हैं। चांद की ठंडक, सूरज की गर्मी में बदन को तपाना पड़ता है।।