जब साथ किसी अपने का पाया.. Geeta kumari 2 years ago हिम को भी पिघलते देखा है, सूर्य की तपिश पा कर के। नदियों को जमते देखा है, चन्द्र की शीतलता पा के। ऑंख के ऑंसू भी ठहरे, जब साथ किसी अपने का पाया। बेचैनी में चैन का एक पल मन में एक सुकूँ सा लाया॥ _____✍गीता