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तुम्हारा साथ

जब तुम थे मिले
बहार आ गई थी जिंदगी में
सुबह की पहली किरण भी
हमसे मिलकर जाती थी
पंछी हमें देख गाते थे
झरने हमें देख झरते थे
अपने अलग अंदाज में
क्योंकि, तब तुम भी साथ दे

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