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तुम शायद जान नहीं पाए

मैं भीष्म नहीं ना अर्जुन हूँ ना और कोई अंदाज़ मेरा
तेरे जीवन पर न्यौछावर ये सपनो का संसार मेरा
अब साथ नहीं तो लगता है जीवन को जान नहीं पाए

*हर पल मैं तुममे दिखता हूँ, तुम शायद मान नहीं पाए।।*

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