तुम ही हो” Pragya 2 years ago मेरी हर सांस में तुम ही हो मेरी हर बात में तुम ही हो। जीवन की सुंदर छवि में जब ढूंढती हूँ मैं, मेरे मन मन्दिर के प्राणनाथ तुम ही हो। परिवर्तन की इस लहर में लहलहा उठता है जीवन मेरी बेबस निगाहों का सूत्रधार तुम ही हो।