तेरी याद आज rajesh arman 8 years ago तेरी याद आज बैठी है गुमसुम शायद थक गई यादों की भी उम्र होती है एक उम्र बाद यादें धुँधली पड़ जाती है लेकिन तुम्हारी यादों की ताप बढ़ गई है उम्र के साथ राजेश’अरमान’