Site icon Saavan

त्रिशुलधारी

त्रिशुलधारी भोले भण्डारी काशी के अविनाशी,
डम डम डमरू बाजे मदमस्त नाचे काशीवासी।
गले में सर्प का माला धारण किये भोले भण्डारी,
झूम झूम कर गा रहें है पृथ्वी लोक के वासी ।।

✍🏻महेश गुप्ता जौनपुरी

Exit mobile version