दिल ए अजीज Priya Choudhary 4 years ago आब ए चश्म की नुमाइश ना आंखें करें मेरी एहतियात से दूर करें अख्ज की भीड़ को आफताब की किरण भी ना छू सके मुझे अकिबत की फिक्र है दिल अजीज को