दिल के इरादे Ashish Jain 8 years ago मुश्किलें दिल के इरादे आजमाती हैं, स्वप्न के परदे निगाहों से हटाती हैं, हौसला मत हार गिर कर ओ मुसाफिर, ठोकरें इन्सान को चलना सिखाती हैं |