Site icon Saavan

धरा

इस धरा पर किसका हक़ है
जो तू इसे उजाड़ रहा

मत खेल इस माया से
तू खुद का नसीब बिगाड़ रहा

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

Exit mobile version