मेरे प्यारे नए साल क्या इस बार मै पाऊंगी अपने सपनों की दुकान
जहां हर ख्वाब रखा होगा सलीके से
जहां होगी जगह मेरे नए ख्वाबों की
जहां होगा सम्मान मेरे आधे अधूरे कम पूरे पुराने ख्वाबों का….
जिन्हें भी मैंने एक वक़्त पर उतना ही प्यार किया जितना कि नए ख्वाबों से आज है………..😍😍