Site icon Saavan

नींद

जिसके आ जाने पर कुछ भी
पता नहीं चल पाता है
क्या घटित हुआ संसार में
कुछ पता नहीं चल पाता है,
जिसके आ जाने पर तुम हम
न डर न भयभीत रहते हैं
उस मदहोशी के क्षण को ही
नींद कहा करते हैं।

Exit mobile version