नींद Abhishek Tripathi 8 years ago बड़ी बेदर्द सी रातें है काफ़ी सुन के सोता हूँ, जहाँ तुम याद आती हो , वहीं चुपके से रोता हूँ| ये रोने और सोने का नहीं है सिलसिला लेकिन , कहीं जब दर्द आँखों में चढ़े तब नींद आती है | …atr kafi is a raag of midnight in Indian classical music