“नेत्रदान करने का लो प्राण” Pragya 3 years ago किसी की आंखों को दो जीवन ज्योति किसी के जीवन में भरो रोशनी कोई तो हो जो तुम्हारे जाने के बाद भी तुम्हारी आँखों से यह दुनिया देख पाए बुझे चिरागों को दो रोशनी मिटा दो जीवन का तम मानव होकर मानवता दिखलाओ नेत्रदान करने का लो प्रण।।