न तख्तो पे न rajesh arman 8 years ago न तख्तो पे न ताज़ों पे नज़र रखता हूँ न कोई जलवा न रिवाज़ों पे नज़र रखता हूँ जो देखने का मुझे बंद आँखों से जुनूँ रखते है बंद आँखों से , उन बंद आँखों पे नज़र रखता हूँ राजेश’अरमान’