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पगली लड़की….!!

कितनी पागल हूँ मैं
ये आज सोंचती हूँ
तेरे चेहरे पर हर बार मरती हूँ..

सुनती हूँ तेरी आवाज तो
मयूर-सा नाच उठता है मन मेरा
तेरे करीब होने पर
सिहर उठता है तन मेरा..

तेरे दूर जाने के खयाल से भी
मेरा दम निकलता है
एक तुझ पर ही
ये मेरा दिल मचलता है..

रो पड़ती हूँ, तो कभी हँस पड़ती हूँ
लोग कहते हैं
मैं पगली लड़की हूँ !!

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