तपकर धूप से मुझमें निखार आया है,
शोलों पर चलकर अब सम्हलना आया है।
कायनात में लिखूँगी अपने प्यार की कहानी,
जुनून से अपने अब यह विश्वास आया है।
तपकर धूप से मुझमें निखार आया है,
शोलों पर चलकर अब सम्हलना आया है।
कायनात में लिखूँगी अपने प्यार की कहानी,
जुनून से अपने अब यह विश्वास आया है।