बगरस निगाहें तेरी Antariksha 10 years ago बगरस निगाहें तेरी , आँखों की सुराही तेरी, करती हैं क्या बातें,साहेबान , मन की दुया इन मेरी, रूबरू न आएं तेरी, करती हैं क्या बातें, साहेबान, जुस्तजाजु मेरी वह ही हैं , रूबरू कैसे हो सकु , उसको बता दे , साहेबान , बगरस निगाहें तेरी , आँखों की सुराही तेरी, करती हैं क्या बातें, साहेबान