भावों को आवाज़ दो Pragya 3 years ago जिन्दगी में परेशानियां जब हद से बढ़ने लगे ये निगाहें निगाहों से लड़ने लगे मुकद्दर भी जब मुह फेर ले कोई तड़पता हुआ ही छोड़ दे तब जीवन में आगे बढ़ो अपने भावों को आवाज दो सपनों को एक नया आयाम देकर मंजिल पाने को अग्रसर हो।