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मन हमको छल जाता है….

नहीं याद करेंगे तुझे
हर बार ये प्रण लेते हैं
पर मन हम को छल जाता है।
तेरा मासूम सा चेहरा जब भी
सामने आता है
मन अपने घाव भूल जाता है
तू है तो बड़ा जालिम ‘कान्हा’
पर ये राधा का दिल धड़क जाता है ।

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