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मुक्तक

आपके आ जाने से फिर बहार आ गयी है!
हरतरफ तेरी खुशबू खुशगवार आ गयी है!
आलम भी वीरान था इरादों का महादेव,
मेरी जिन्दगी फिर से एक बार आ गयी है!

#महादेव_की_कविताऐं

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