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मुक्तक

तेरा ख्याल जब कभी मुझको चूमता है!
हरतरफ फिजाओं में सावन झूमता है!
कबतलक मैं रोकूँगा प्यास धड़कनों की?
हर घड़ी दिल में तेरा ख्वाब घूमता है!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

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