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मुक्तक

हर किसी के दिल में किसी की आस है!
जिंदगी में हर पल किसी की प्यास है!
क्यों चाँद रहता है मगर तन्हाई में?
जब चाँदनी की रोशनी उसके पास है!

रचनाकार- #मिथिलेश_राय

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