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मुक्तक

तेरा नाम कागज़ पर बार-बार लिखता हूँ।
तेरे प्यार को दिल में बेशुमार लिखता हूँ।
टूटेगा न सिलसिला तेरी तमन्नाओं का-
तेरे ख़्यालों पर गमें-इंतज़ार लिखता हूँ।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

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