मेरी तन्हाईयों को Pragya 3 years ago मेरी तन्हाईयों को अब और ना सताओ मुझे रातों में अब और ना जगाओ यूँ तो हम भी तुम्हें इश्क करते हैं पर बार-बार मेरे दिल को यह एहसास ना दिलाओ।।