ये कमबख्त दोस्त, उम्र की चादर खींच कर उतार देते हैं
ये कमबख्त दोस्त ही है, जो कभी बूढा नहीं होने देते हैं
दोस्तों से रिश्ता रखा करो जनाब, तबीयत मस्त रहेगी
ये वो हकीम हैं जो अल्फाज से इलाज कर दिया करते हैं
ये कमबख्त दोस्त, उम्र की चादर खींच कर उतार देते हैं
ये कमबख्त दोस्त ही है, जो कभी बूढा नहीं होने देते हैं
दोस्तों से रिश्ता रखा करो जनाब, तबीयत मस्त रहेगी
ये वो हकीम हैं जो अल्फाज से इलाज कर दिया करते हैं