अवध में बज रही आज बधाई,
हरष रहा मन आज सभी का,हुई धन्य कौशल्या माई,
अवध में बज रही आज बधाई।
विजय पताका नभ में लहर रही,
असत्य की राहें यहीं ठहर गई,
दमन हुआ रावण का क्षण में,
जय श्री राम की गूंज पवन में छाई।
अवध में बज रही आज बधाई।।
शरण तुम्हारी आए प्रभु जी,
हरलो सारे संकट प्रभु जी,
खुशी के दीप जले हर घर में,
राम नवमी आज है आई।
अवध में बज रही आज बधाई।।