Site icon Saavan

राह भूल सी गई है हमको

राह भूल सी गई है हमको
जो छोड़ आओ, तो बात बने

मंज़िल की सरहद पर दीया
जो छोड़ आओ, तो बात बने

मेरी तेरी या उसकी बातें
जो छोड़ आओ, तो बात बने

ढाई आखर हर देहरी पर
जो छोड़ आओ,तो बात बने

Exit mobile version