रेत से बने इस रक्त के पुतले पर राही अंजाना 6 years ago रेत से बने इस रक्त के पुतले पर, रस्म ऐ रूह का रूतबा क्या कहूँ, बदलते रोज़ चेहरों के मुखौटे पर, जश्न ऐ जाम का कब्जा क्या कहूँ॥ राही (अंजाना)