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लक्ष्य पाने जूझ जाता हूँ

जहाँ संघर्ष दिखता है,
वहां पर कूद जाता हूँ।
यहीं पर हूँ गलत मैं
लक्ष्य पाने जूझ जाता हूँ।
हृदय है कोमल कवि कलम है
सत्य लिखता हूँ,
नए उत्साह का संचार हो
नवगीत लिखता हूँ।

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