Site icon Saavan

वक्त मत हाथ से जाने देना

वक्त मत हाथ से जाने देना
वक्त को खूब भुना लेना तुम
कभी आलस अगर आना चाहे
उसको तुम पास मत आने देना।
वक्त जब हाथ से निकल लेगा
तब नहीं लौट कर वो आयेगा
खर्च कितना भी करो
धन लुटा लो
मगर वो बीत चुका वक्त
नहीं आयेगा।
याद वो बालपन करो अब तुम
क्या दुबारा बुला सकोगे उसे,
क्या फिर खेल सकोगे माटी में
क्या फिर से लिख सकोगे पाटी में।
वक्त जो है उसी में खुश होकर
जिंदगी जियो यूँ हल्के में
बोझ सब दूर कर लो मन के तुम
रास्ते छोड़ दो अब गम के तुम।

Exit mobile version