विषय मोहब्त राही अंजाना 6 years ago दूसरों को पढाने लगे तो खुद को पढ़ना भूल गए, चेहरे ऐसे भी थे जिन्हें हम गढ़ना भूल गए, समझ ली मोहब्बत की किताब सबसे पहले हमने, तो बाकी सारे विषयों से हम जुड़ना भूल गए।। राही (अंजाना)