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वो एहसास हो

तुम वो एहसास हो
जिसे सोंचकर
मन-मस्तिष्क में
आतंक सा जाता है ।
तुझे सोंच कर
इन नयनों में
आँसूओ का सैलाब
उमङ आता है ।

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