शायरी महेश गुप्ता जौनपुरी 4 years ago रोज मर्रा की जिंदगी में, बहुत कुछ सीखा हैं हमने, दुनिया में ना जाने कितने हैं रंक, जीवन पर लगा यह कैसा अभिशप्त का कलंक, महेश गुप्ता जौनपुरी