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सब पीछे छूट रहा है

देख रहा हूँ

रात में जगमगाती लाइट्स

इन अंजान रास्तो पर,

ज्यों जीवन धबकता है शहरो के दिल में।

एक तसल्ली रहती है मन में

कि हम जिन्दा है।

लेकिन चलती कार के साथ

वो सब पीछे छूट रहा है।

बिलकुल मेरी जिंदगी की तरह…

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