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साथी

अभी साथ थे देखो,
प्राण प्यारे साथी

अभी अभी जाली
एक नवल बाती

कहीं रुदन है ,कहीं हास् है
समय बड़ा घाती

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

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