हिंदी दिवस का महत्व

हिंदी दिवस पर बधाइयां –

आप सभी को हिंदी दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं। हिंदी भाषा का रंग होली के रंगों से भी अधिक गहरा है। हमें हिंदी भाषा के रंगों को हर राज्य और प्रांत से जोड़ना होगा, जिससे देश की एकता, अखंडता और राष्ट्रीयता का सकारात्मक संदेश जाए।

राजभाषा बनी हिंदी –

14 सितंबर 1949 को संवैधानिक रूप से हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। संविधान के अनुच्छेद 343 में यह प्रावधान किया गया है कि देवनागरी लिपि के साथ हिंदी भारत की राजभाषा होगी। तबसे हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हिंदी के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ाने और इसे आगे ले जाने के उद्देश्य से हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी की उपयोगिता अब लोगों को समझ आने लगी है। हिंदी ने व्यवसाय, शिक्षा और तकनीक के स्तर पर काफी प्रगति की है। अब अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी तवज्जो देने लगी हैं।

हिंदी की पहुंच –

विश्व के करीब 150 विश्वविद्यालयों तथा छोटे-बड़े केंद्रों में हिंदी की पढ़ाई और शोध होते हैं। विदेश में 25 से अधिक पत्र-पत्रिकाएं लगभग नियमित रूप से हिंदी में प्रकाशित हो रही हैं। यूएई के ‘हम एफएम’ सहित अनेक देश हिंदी कार्यक्रम प्रसारित कर रहे हैं, जिनमें ब्रिटेन के बीबीसी, जर्मनी के डायचे वेले, जापान के एनएचके वर्ल्ड और चीन के चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी सेवा विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

हमारा प्रयास –

आधुनिक कवियों को एक मंच उपलब्ध कराना ही हमारा प्रयास है, जहां नवीन प्रतिभाओं को उपयुक्त पहचान और सम्मान दिया जा सके। इसके साथ ही हम आधुनिक साहित्य की बिखरी हुई अनमोल रचनाओ का संकलन करना चाहते है ताकि अगली पीढ़ी इस अनमोल धरोहर का आनंद और लाभ ले सके|

आप सभी से अनुरोध है, सावन के साथ जुड़कर हमारे इस प्रयास में अपना योगदान दे। – सावन परिवार

अपनी कवितायें सावन पर प्रकाशित करने के लिए आज ही रजिस्टर करें ।

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