Oh Karna!!!
TRIBUTE TO KARNA!!
TRIBUTE TO KARNA!!
A GREAT POEM ABOUT TIME
है आलीशान घर आँगन नहीं है दुपट्टा है मगर दामन नहीं है । पहुँचना चाहती हूं उस खुदा तक पहुँचने का कोई साधन नहीं है।…
अम्बर में अनगिन तारे हैं। रोज रात में खिल जाते हैं आपस में हिलमिल जाते हैं, रखते उर में वैर नहीं हैं मिलते जैसे गैर…
द्वारिका के धीश हो तुम सब युगों के ईश हो तुम कंस का अभिशाप तुम ही देवकी आशीष हो तुम । पार्थ के प्रिय सारथी…
*मेरा आज मेरा कल बनाएगा* मेरा आज मेरा कल बनाएगा इसीलिए पढ़ो इसीलिए गढ़ो इसीलिए उठो बीज सा फूटो जर्जर हो टूटो स्वयं से रूठो…
नहीं मालूम है कैसे गुजारा कर रही हूं मैं रातें जाग कर आंखें सितारा कर रही हूं। इरादा कर तो लूं एक बार फिर दिल…
जियरा हमरा जुड़ईहई हमार पिया अंखियां तोसे जो मिलिहई हमार पिया। तुम तऊ लाएउ हमरी सौतनिया दुलहा हमरऊ तऊअई हई हमार पिया। बात मा सौ…
बार बार नही इजहार एक बार होता है ज़िंदगी मे भी बस प्यार एक बार होता है. कुछ लोग गिनाते अपनी ढेर सारी मुहब्बतें पर…
उसने जुलेखा की तरह कीमत लगाई मेरी, मैं ता उमर जिसकी आंखो में डूबा रहा। उन्ही हाथों में कत्ल का सामान मिला मुझको, मैं अपना…
लड़की हो या बस की सीट कब्जा है तुम्हारा तुम ही हो शहजादे फकत रुतबा है तुम्हारा। लड़कियां इतनी बुरी होती हैं तो इश्क क्यों…
ना कभी पीते हों सिगरेट न उन्हें होता हो रिगरेट ना रहे इगो में अपने ना कभी चिल्लाए मुझ पर खाना वाना वो बना लें…
कह रहा है मन हमारा क्यों दुखी संसार सारा एक निज स्थल हो ऐसा स्वर्ग से लगता हो प्यारा ना हृदय में वेदना हो ना…
आज मम्मी ने एक बात बोली जो दिल को छू गई जिसमें सवाल था छोटा-सा पर बात थी बड़ी गहरी क्या मुझे भी कभी घर…
साधुओं की संगति से धन्य हो गये युवा, जो सत्य को दिखाने का सार्थक प्रयास कर रहे थे । रस मिला जब एक बूंद चखने…
वचन सिंदूर मंगलसूत्र मंडप भी सजाया है तुम्हारे नाम का कुमकुम माथे पर लगाया है कन्यादान सातों फेरे सारे विधि विधानों से मिली थी कुंडली…
बरसात की बूंदों में कुछ और है आसमान की हंसी में कुछ और है जब तक तू मेरे साथ होती है तो बरसात का वह…
ऊपर वाले ने लिख भेजी, सबकी अलग कहानी है किसी को दिया;गम ए बुढ़ापा, कहीं तड़पती जवानी है किसी को दिया दिनभर कणभर, कहीं आँखों…
क्या सही सुना था मैंने, अपना देश था सोने की चिड़िया विश्वगुरु के आसन पर आसीन , ऐसी भी थी घड़ियाँ विचार वसुधैव कुटुंबकम् का,…
मन हर्षित तन पुलकित रोम रोम नैनन से नीर की फुहार जैसे हो रही भोलीभाली मतवाली राधारानी गली गली मोहन के नेह में निहाल जैसे…
लिखा था नाम जो दिल की जमीं पर पढ़ रही हूं मैं कि उनका रूप ही हर आईने में गढ़ रही हूं मैं मेरी हर…
तुम भला अब क्या करोगे प्रीत को लज्जित करोगे करके शुभचिंतक निमंत्रित मंडली चर्चा करोगे आचरण में खोंट कहना नियति में दोष कहना थी त्रुटि…
हमारे ही हो तुम हमारे रहोगे मेरी प्रीत को तुम संभाले रहोगे। तुम्हारी हथेली में अपनी लकीरें न पाकर विधाता से मैं लड़ रही हूं।…
तेरे इश्क की इंतेहां चाहता हूं, बड़ी मुद्दत हुवी बिछड़े तुझसे, अब मिला है तो राह-ए-सफ़र में, तुझसे फिर रूबरू होना चाहता हूँ। ता उमर…
हम प्रेम को तुम्हारे एक दिन भुला ही देगे आखिर सिसक सिसक कर कब तक भला जियेगे मैं प्रेम की पुजारन या फिर कोई अभागन…
कभी आना था यहाँ तुम्हारा अब विराना सा हो गया है जहाँ राह तकते थे तुम्हारे वहा बेगाना सा लगने लगा है जिसके पीछे भागते…
वो लड़का मेरा खयाल रखता है तेरे नाम वाले सिर पर बाल रखता है कभी डरता है तो कभी रोब झाड़ता है गुस्से में मुंह…
तारा तुम मां की आंखों का , पापा की मुस्कान हो तुम तुम सपना हो दादी मां का , दादाजी का अरमान हो तुम किलकारी…
Writing verses while I think of you Its the worst i could do to myself For thinking about you seems endless unlike poetry that terminates……
ये जो रिश्तों भरा झमेला है ये खेल हमने बहुत खेला है। मेरे हिस्से में आंसू आते रहे दर्द ही दर्द हमने झेला है। सुख…
ये सच है या फिर मुझे भ्रम हुआ है कोई शख्स मेरी याद में नम हुआ है मैं उसकी आरजू हूं ये तो पता था…
हम जमाने से हैं तंग तंग हमसे जमाना अंधेरा ओढ़ती हूं कोई चांद बुझाना। पैरों के नीचे की जमीं भी छीन ली सबने लटकी हूं…
मेरा कमरा, तुम्हारी यादें बस ऐसे ही हुई आंखों से बरसातें बस ऐसे ही, ये कमरे में बिखरे पन्ने बस ऐसे ही अजी लिखना-विखना छोड़ो…
मैं ना अब ये प्यार करूंगी ना दिल का व्यापार करूंगी वो ना गर मिलने आए तो किसकी खातिर यार जिऊंगी ना आंखों में काजल…
हृदय में प्रेम जितना था न्यौछावर कर चुकी हूं मैं या फिर स्पेस जितना था वहां तक भर चुकी हूं मैं। मेमोरी कार्ड भी मुझ…
थी खत्म जिंदगी देखा तुम आ गए मरना था लाजमी देखा तुम आ गए विरह की अग्नि में जल रहा था बदन बन के ठंडी…
हमें कितना सताया जा रहा है हमारा खूं बहाया जा रहा है लिए फिरता है वो तरकश जुबां में जिसे गूंगा बताया जा रहा है…
दिल बहलता नहीं था बहलाए रखा रात भर तेरी यादों में दीपक जलाए रखा रात भर। अंधेरा छटते ही तुझसे मुलाकात करेंगे इसी उम्मीद में…
नहीं दिल से गया है यार सीतापुर का वो लड़का आज भी याद आता है सीतापुर का वो लड़का। देखता था मुझे ऐसे कोई एहसान…
तुझको छोड़ा है मैने तेरी खैरियत के लिए खुद को जीने के लिए बाप की पगड़ी के लिए प्यार करता ही नहीं कोई प्यार की…
वो शर्मिंदा नहीं है तो खफा खफा क्यों है जाना चाहता है वो मगर रुका क्यों है ? जिसके आगे पत्थर सा बना रहता जमाना…
मुखौटे लगा कर घूम रहे बहुत आदमी हैं। किसी ने मुखौटा लगा कर हॅंसाया, किसी ने मुखौटा लगा कर डराया। कोई रो रहा है मुखौटा…
तू ही तो है चाहत,तू ही तो है राहत, पंछी मैं तू, भोर की पहली किरन. तुझे न देखूं तो, दिल में उदासी, जो देखूं…
वोट लेने आए नेता हमको जीता दो अपनी भी समस्याएँ सारी हमको बता दो लाऊँगा मै विकास आप सबके घरों में मुझको उस विकास का…
महादेव शिव भोले की है, महारात्रि भक्तों आई, पावन दिन माँ गौरी जी हैं, अपने पति शिव को पाई, शिवत्व शिखर चेतना का है, क्यों…
कभी कसमें खिलाती थी मुझे ना दूर जाना तुम सदा ही साथ में रह के महक बन फूल जाना तुम मगर मजबूरियाँ कैसी जुदा जो…
जुनून जिंदा है इस बात का सुकून तो है। बगैर जुनून के जिंदगी बस जहन्नुम तो है। सोचो मौसीक़ी न होती, जहान कैसा होता, शुक्र…
अब बिहार में राजनीति का रहा न कोई जोड़ फिर से भागे चाचाजी एक बार भतीजा छोड़ बड़ी -बडी़ बातें करते थे बड़े – बड़े…
शीत ऋतु की घटा धरा पर धुंध गगन पर छाई है ओस की नम बूंदे पत्तों पर प्रेम का सार लाई है झाँके भास्कर जब…
नये वर्ष में नये तराने गाएंगे। खुशियों की चहुँओर बहारें लाएंगे। सुखता,संपन्नता व्याप्त हो चहुँ दिस में कष्ट न वाणी से हम अब पहुँचाएंगे।। नूतन…
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