Site icon Saavan

फ़िज़ाओं के बदलने का इंतज़ार..

‘फ़िज़ाओं के बदलने का इंतज़ार किसको है,
रुसवा शख्सियत हूँ मैं ऐतबार किसको है..
आज दर-बदर हूँ तो ये भी सोचता हूँ,
चलो देखता हूँ मुझसे प्यार किसको है..’

– प्रयाग

मायने :
रुसवा – बदनाम

Exit mobile version