अंग राही अंजाना 5 years ago मुझसे मेरा ही एक अभिन्न अंग छीन लिया गया, मानो दिल से धड़कन का ही संग छीन लिया गया, हाथ मलता ही रहा देखकर कुछ कर न सका मैं, बेगुनाह मेरी आँखों से उनका हर रंग छीन लिया गया।। अंजाना राही