ना मिलने का
रोज़ बहाना
अच्छा है।
यादों से हमको
तड़पाना
अच्छा है ।
सोते-सोते आ जाते
हो ख्वाबों में
हमसे मिलकर
आँख चुराना
अच्छा है।
ना मिलने का
रोज़ बहाना
अच्छा है।
यादों से हमको
तड़पाना
अच्छा है ।
सोते-सोते आ जाते
हो ख्वाबों में
हमसे मिलकर
आँख चुराना
अच्छा है।