अत्याचार Geeta kumari 4 years ago फकत रोने से काम नहीं चलता है, अत्याचार तो अत्याचार है, सबको खलता है प्रतिकार करो , मत करो सहन क्षमता से अपनी जीतो दिल बात पते की कहती हूं, अत्याचार सहना बढ़ावा है एक और अत्याचार को बहन..